2010Dec 30, 07:43 pm
नरिंदर सलूजा, श्री मुक्तसर साहिब
खिदरणा की इस धरती को वर्ष 2010 में मुक्तसर से श्री मुक्तसर साहिब का सम्मान मिला, लेकिन कई हादसे भी इस साल में दिल दहला देने वाले रहे। वहीं कई अहम मामलों में अदालत के फैसले भी विशेष रहे। इसके अलावा एमएमएस कांड के चलते युवा अकाली नेता की हत्या के अलावा पार्षद पोहली की सड़क हादसे में मौत भी इसी साल का हिस्सा रही।
गौरतलब है कि शहर के लिए छोटे बड़े हादसों के साथ माह जनवरी में हुई एक कार-बस दुर्घटना में एक साथ 5 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 3 लोग एक ही परिवार के थे। इसके बाद फरवरी माह में एक युवा अकाली कार्यकर्ता की शादीशुदा बहन का एमएमएस चर्चा का विषय बना। इसमें यूथ अकाली दल के ही एक नेता व एमएमएस में दिखाई देने वाले नौजवान सहित तीन लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। यही नहीं इस चर्चित एमएमएस के चलते ही उक्त अकाली कार्यकर्ता के हाथों चंडीगढ़ में एमएमएस के मामले में शामिल अकाली नेता टिप्पा सेखों को गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई थी। मार्च माह में जलालाबाद रोड पर सीवरेज के चल रहे काम के दौरान दो मजदूरों की सीवरेज में दम घुटने से मौत हो गई थी। इस संबंध में पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था।
इसी साल में अकाली नेता एवं वार्ड पार्षद गुरिंदर सिंह पोहली की मौत भी हुई। नवंबर माह में रेलिंग रहित सूए में गिरने से कार सवार दंपति में से नव विवाहित युवक व बच्चे की मौत का दर्दनाक हादसा भी हुआ। इसके अलावा अदालत ने भी कई अहम फैसले सुनाए। गंदड़ में अपनी सास, ससुर, साले की पत्नी व नवजात बच्ची को मौत के घाट उतारने वाले दामाद सैलिंदर सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई। इसी तरह जगमीत बराड़ के सेलर से मृत मिले झुग्गी झोपड़ी वालों के चार बच्चों की हत्या करने वाले हत्यारे मुकेश कुमार को उम्र कैद की सजा सुनाई गई।
यही नहीं जनवरी माह में कार बस हादसे में पांच लोगों की मौत के मामले में अदालत ने आरोपी बस चालक को दस साल की कैद की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही 14 साल पहले जन्म के बाद से ही खोई अपनी बच्ची को पाने के लिए 3 साल की कानूनी लड़ाई के बाद गांव भुल्लर निवासी गुरतेज सिंह को जुलाई माह में अदालती फैसले पर बेटी मिल गई। इसके अलावा मलोट के व्यापारी के बेटे चंदन का अगुवा कांड भी काफी चर्चित रहा।