जाने माने गजल गायक जगजीत सिंह का मुंबई के लीलावती अस्पताल में स्वर्गवास हो गया है। वे 70 वर्ष के थे। जगजीत सिंह अपनी मखमली आवाज और गजलों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई फिल्मों के लिए भी गीत भी गाए हैं। इससे पहले, जनवरी 1998 में जगजीत सिंह को दिल का दौरा पड़ा था जिसकी वजह से उन्होंने सिगरेट पीना छोड़ दिया था। अक्टूबर 2007 में रक्त संचार में आई समस्या की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था।
गौरतलब है कि मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह को 23 सितंबर को गंभीर हालत में मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दरअसल ब्रेन हैमरेज होने के बाद जगजीत सिंह की सर्जरी की गई थी, जिसके बाद से ही उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
हिन्दुस्तान में आज के दौर के सबसे बड़े गजल गायक जगजीत सिंह की तबीयत पिछले कई दिनों से बेहद खराब थी।
गौरतलब है कि 23 सितंबर की की सुबह उन्हें मुंबई के षणमुखानंद हॉल में लाइव कंसर्ट में शामिल होना था। इस मौके पर उनके साथ गुलाम अली और हरिहरन भी मौजूद रहते, लेकिन इससे पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। बाद में जगजीत की जगह हरिहरन ने कार्यक्रम किया।
हिन्दुस्तान के गजल गायकों में जगजीत सिंह का नाम बहुत ही सम्मान से लिया जाता है। आम लोगों में गजलों को लोकप्रिय बनाने में उनका अहम योगदान है। अब तक वे 50 से ज्यादा अलबम निकाल चुके हैं।
हिंदी के अलावा पंजाबी, बाग्ला, उर्दू, गुजराती, सिंधी और नेपाली में भी उन्होंने कई गीत-गजल गाए हैं। 2003 में भारत सरकार ने कला के क्षेत्र में उनके खास योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया। गजल प्रेमी ही नहीं पूरा देश उनकी सेहत के लिए दुआ कर रहा था।
लाखों दिलों को अपनी नज्मों व गजलों से छूनेवाले जगजीत सिंह गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। ऐसे में न सिर्फ फिल्म जगत, बल्कि उन्हें चाहनेवाला हर शख्स उनकी लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए दुआएं कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि भारत के गजल बादशाह के रूप में विख्यात 70 वर्षीय जगजीत सिंह एवं उनकी पत्नी चित्रा ने देश में आधुनिक गजल गायकी को शिखर तक पहुंचाया है।