7 Nov 2010
दीपावली पर घर आईं लक्ष्मी
नरिंदर सलूजा, श्री मुक्तसर साहिब
पहले जहां लड़की के जन्म लेते ही घर में मायूसी छा जाती थी, वहीं अब लोगों की मानसिकता धीरे-धीरे बदलती जा रही है। जब परिवार में पहली बार बच्ची का जन्म हो और वह भी दीपावली के शुभ अवसर पर तो परिजनों का खुशी से झूमना स्वाभाविक है। कुछ इसी तरह का खुशनुमा माहौल यहां के दो परिवारों में देखा गया जब परिजनों ने दीपावली के दिन लक्ष्मी के रूप में घर में जन्मी बेटियों का पूरे जोशो-खरोश से स्वागत किया।
जानकारी के अनुसार दीपावली के दिन शहर के बठिंडा रोड पर स्थित गावड़ी नर्सिग होम में डिलीवरी के लिए भर्ती गांव बुर्ज महिमा की निवासी बलकार सिंह की पत्नी धन प्रीत कौर ने खूबसूरत बेटी को जन्म दिया। शुक्रवार को बलकार सिंह के घर में पहले बच्चे के रूप में पैदा हुई दीपावली के दिन लक्ष्मी रूपी इस बच्ची के जन्म पर परिवार खुशी से फूला नहीं समा रहा। अस्पताल में मौजूद बच्ची की नानी व खुद बलकार सिंह ने 'दैनिक जागरण' के साथ बच्ची के जन्म को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज के दौर में बेटी हो या बेटा कोई फर्क नहीं रह गया है। उसके अनुसार वह बेहद खुश हैं कि उनके घर पहली संतान के रूप में बेटी ने जन्म लिया। इसी तरह मलोट रोड स्थित परमजीत अस्पताल में भी गांव मुकद सिंह वाला के निवासी मलकीत सिंह की पत्नी सुमनप्रीत कौर ने भी चांद सी एक बेटी को जन्म दिया। मलकीत सिंह के परिवार में भी पहली संतान के रूप में इस नन्हीं बच्ची ने दीपावली वाले दिन जन्म लिया। उनका पूरा परिवार इस बच्ची के स्वागत में बेहद खुश है। दीवाली के दिन जन्मी बच्ची का सभी परिजनों ने बेहद खुशी के साथ स्वागत किया। अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि बेटियां तो वैसे ही लक्ष्मी के समान होती हैं, उस पर दीवाली के दिन जन्मी उनकी लाडली तो साक्षात लक्ष्मी के समान ही है।