अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति
12 Feb.2011
नरिंदर सलूजा, श्री मुक्तसर साहिब
अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू करते हुए शनिवार को नगर कौंसिल टीम ने मलोट रोड पर क्राकरी की दुकानों का सामान हटवाते हुए महज खानापूर्ति की। हालांकि शहर के अन्य बाजारों से अतिक्रमण हटाना बेहद जरूरी है। इन बाजारों में बाहर तक फैला सामान यातायात में बाधक होने के साथ साथ आग लगने जैसी अनहोनी से निबटने का प्रयास भी असफल कर देगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शहर में एक मनियारी एवं रेडीमेड गारमेंट की दुकान को लगी आग को बुझाने में दमकल विभाग की नाकामी का कारण न सिर्फ विभाग की एकमात्र गाड़ी रही बल्कि अतिक्रमण के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में बाधा भी प्रमुख रहा। गनीमत रही कि आग रेलवे रोड पर पुराने सिविल अस्पताल के पास लगी थी जहां सड़क काफी खुली थी। यदि गांधी चौक, बावा संत सिंह रोड़ या गली हकीमां वाली जैसी मार्केट में आग लग जाती तो दमकल विभाग की गाड़ी मौके तक पहुंच ही नहीं पाती। यही नहीं विभिन्न बैठकों के दौरान डीसी ने अतिक्रमण हटाने के संबंध में नगर कौंसिल को हिदायत दी है। गत शुक्रवार को ही हुई जिला विकास कमेटी की बैठक में भी कौंसिल को इस संबंध में विशेष आदेश दिए गए। इन आदेशों के चलते नगर कौंसिल के कर्मियों ने शनिवार को उक्त अवैध कब्जों की भरमार वाले बाजारों के बजाय मलोट रोड पर मुहिम शुरू की। कौंसिल कर्मियों ने एक क्राकरी दुकानदार द्वारा दायरे से बाहर एक निजी प्लाट में रखे कप प्लेट उठाने पर दुकानदार इसका विरोध करने लगे, नतीजतन कौंसिल कर्मचारियों की टीम वापस लौट गई।
मलोट रोड के दुकानदार यूनियन के प्रधान बाऊ राम, बैटी, हरपाल सिंह, विजय कुमार, काली, नीरज कुमार, नवाब, अकबर व कृष्ण ने कहा कि उनका सामान सड़क से काफी पीछे था, जिसे कौंसिल कर्मियों ने उठा लिया।
इस बाबत कौंसिल टीम की अगुवाई कर रहे ईएनई हाकम सिंह ने कहा कि उक्त लोगों को पहले भी चेतावनी दी गई थी। अन्य बाजारों की तरफ ध्यान न देने संबंधी पूछने पर उन्होंने कहा कि सोमवार से हर तरफ मुहिम चलाई जाएगी।
नरिंदर सलूजा, श्री मुक्तसर साहिब
अतिक्रमण हटाने की मुहिम शुरू करते हुए शनिवार को नगर कौंसिल टीम ने मलोट रोड पर क्राकरी की दुकानों का सामान हटवाते हुए महज खानापूर्ति की। हालांकि शहर के अन्य बाजारों से अतिक्रमण हटाना बेहद जरूरी है। इन बाजारों में बाहर तक फैला सामान यातायात में बाधक होने के साथ साथ आग लगने जैसी अनहोनी से निबटने का प्रयास भी असफल कर देगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को शहर में एक मनियारी एवं रेडीमेड गारमेंट की दुकान को लगी आग को बुझाने में दमकल विभाग की नाकामी का कारण न सिर्फ विभाग की एकमात्र गाड़ी रही बल्कि अतिक्रमण के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में बाधा भी प्रमुख रहा। गनीमत रही कि आग रेलवे रोड पर पुराने सिविल अस्पताल के पास लगी थी जहां सड़क काफी खुली थी। यदि गांधी चौक, बावा संत सिंह रोड़ या गली हकीमां वाली जैसी मार्केट में आग लग जाती तो दमकल विभाग की गाड़ी मौके तक पहुंच ही नहीं पाती। यही नहीं विभिन्न बैठकों के दौरान डीसी ने अतिक्रमण हटाने के संबंध में नगर कौंसिल को हिदायत दी है। गत शुक्रवार को ही हुई जिला विकास कमेटी की बैठक में भी कौंसिल को इस संबंध में विशेष आदेश दिए गए। इन आदेशों के चलते नगर कौंसिल के कर्मियों ने शनिवार को उक्त अवैध कब्जों की भरमार वाले बाजारों के बजाय मलोट रोड पर मुहिम शुरू की। कौंसिल कर्मियों ने एक क्राकरी दुकानदार द्वारा दायरे से बाहर एक निजी प्लाट में रखे कप प्लेट उठाने पर दुकानदार इसका विरोध करने लगे, नतीजतन कौंसिल कर्मचारियों की टीम वापस लौट गई।
मलोट रोड के दुकानदार यूनियन के प्रधान बाऊ राम, बैटी, हरपाल सिंह, विजय कुमार, काली, नीरज कुमार, नवाब, अकबर व कृष्ण ने कहा कि उनका सामान सड़क से काफी पीछे था, जिसे कौंसिल कर्मियों ने उठा लिया।
इस बाबत कौंसिल टीम की अगुवाई कर रहे ईएनई हाकम सिंह ने कहा कि उक्त लोगों को पहले भी चेतावनी दी गई थी। अन्य बाजारों की तरफ ध्यान न देने संबंधी पूछने पर उन्होंने कहा कि सोमवार से हर तरफ मुहिम चलाई जाएगी।